धान साफ नहीं था इसलिए खरीदी केंद्रों से वापस भेजे गये किसान


जगदलपुर । प्रदेश शासन ने धान खरीदी के लिए कुछ नियम बनाये हैं और किसानों से कहा है कि वे धान खरीदी केंद्रों में साफ सुथरा और 17 फीसदी तक नमी युक्त धान लेकर आये तभी उनका धान खरीदा जायेगा। इस नियम की किसानों को जानकारी न होने से खरीदी केंद्रों में किसानों ने कचरा युक्त धान लाकर बेचने की कोशिश की जिसे खरीदा नहीं गया और उन्हें बिना धान बेचे घर जाना पड़ा।
जानकारी के अनुसार सरकारी नियमों की अनदेखी कर कई किसान बस्तर में कचरा युक्त धान बेचने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन उनकी यह कोशिश कड़े निर्देशों के कारण सफल नहीं हो पा रही है।
उल्लेखनीय है कि स्थानीय जिला सहकारी केंद्रीय बैंक से मिली जानकारी के बाद यह तथ्य प्रकाश में आया। इसके अनुसार किसानों को पूर्व से ही साफ धान लाने के लिए कहा गया था लेकिन कई किसान जल्द से जल्द धान बेचने के लिए धान को बिना साफ किए ही उसे बेचने के लिए खरीदी केंद्रों में पहुंच रहे हैं। ऐसे किसानों का धान बिक्री का टोकन निरस्त करते हुए उन्हें फिर से धान साफ कर लाने के लिए कहा गया है। अभी तक ऐसे धान को बिना साफ किए खरीदी केंद्र में एक नवंबर से अब तक 93 किसान पहुंच चुके हैं। साफ धान नहीं होने के सबसे अधिक 49 मामले कांकेर जिले से ही मिले हैं। 

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