पोलैंड। मध्य यूरोपीय देश पोलैंड ने अपने हवाई क्षेत्र में कई रूसी ड्रोन मार गिराने का दावा किया है। बुधवार सुबह पोलैंड ने नाटो देशों के साथ मिलकर अपने स्न16 लड़ाकू विमान उतारे और राजधानी वारसॉ के मुख्य हवाई अड्डे समेत कुल 4 हवाई अड्डों को बंद कर दिया। इस पर अब दुनिया भर में चर्चा हो रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस पर अपनी नाराजग़ी जताई है।
ट्रंप ने इसे एक भूल बताया है और कहा है कि वह समग्र स्थिति से संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने उम्मीद जताई है कि जल्द ही सभी एक-दूसरे से संपर्क करेंगे। रूस ने इस दावे का खंडन किया है कि पोलैंड ने एक रूसी ड्रोन को मार गिराया था। रूस ने कहा कि वह एक यूक्रेनी ड्रोन था।
यह एक भूल हो सकती है
ड्रोन के पोलिश क्षेत्र में प्रवेश करने के बाद, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने पोलिश हवाई क्षेत्र में तीन राफेल विमानों की तैनाती का आदेश दिया है। मैक्रों ने कहा, "मैंने इस मुद्दे पर नाटो महासचिव और ब्रिटिश प्रधानमंत्री से बात की है। यूरोपीय महाद्वीप की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हम रूस से बढ़ते खतरे के आगे नहीं झुकेंगे। पोलैंड ने भी स्थिति को द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से सबसे खतरनाक बताया है। पोलिश प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने चेतावनी दी है कि पोलैंड युद्ध की स्थिति में नहीं है, लेकिन स्थिति द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से पहले से कहीं ज़्यादा खतरनाक है।
