मुंबई। बायबैक की घोषणा का असर इन्फोसिस के शेयरों पर साफ दिख रहा है। कंपनी के शेयर 2.32 प्रतिशत की बढ़त के साथ 1,544.65 रुपये पर खुले। इंफोसिस 10 करोड़ शेयरों का बायबैक करने जा रही है। बायबैक से पता चलता है कि कंपनी लंबी अवधि के कैश फ्लो और ग्रोथ को लेकर आश्वस्त है। पिछले एक साल में इंफोसिस के शेयरों में 19 प्रतिशत से ज़्यादा की गिरावट आई है। वहीं, कंपनी दो साल में 4.63 प्रतिशत और 3 साल में सिफऱ् 2.17 प्रतिशत का रिटर्न दे पाई है। जो सेंसेक्स सूचकांक से काफी कम है।
इतिहास का सबसे बड़ा बायबैक
देश की अग्रणी कंपनी इंफोसिस लिमिटेड ने बायबैक का ऐलान किया है। कंपनी ने 18,000 करोड़ रुपये के शेयर बायबैक करने का फैसला किया है। यह प्रक्रिया एक टेंडर के ज़रिए की जाएगी। इंफोसिस लिमिटेड बायबैक के ज़रिए 10 करोड़ शेयर खरीदेगी। जो कंपनी की हिस्सेदारी का 2.41 प्रतिशत है। इंफोसिस लिमिटेड ने गुरुवार को इस बायबैक के लिए 1,800 रुपये प्रति शेयर की कीमत की घोषणा की। जो गुरुवार के बंद भाव से 19 प्रतिशत अधिक है।
बायबैक क्या है?
किसी कंपनी के शेयरधारकों के पास बाजार मूल्य से अधिक कीमत पर कंपनी को अपने शेयर बेचने का अवसर होता है। यह पेशकश सीमित अवधि के लिए है। बायबैक के लिए एक रिकॉर्ड तिथि तय की गई है। केवल वे निवेशक ही कंपनी को अपने शेयर बेच सकेंगे जिनके पास उस दिन शेयर होंगे।
पाँचवीं बायबैक घोषणा
यह आईटी कंपनी पाँचवीं बार अपने शेयर बायबैक करने जा रही है। 2017 में, कंपनी ने 13,000 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बायबैक किए थे। इंफोसिस ने 2019 में 8,260 करोड़ रुपये और 2021 में 9,200 करोड़ रुपये के शेयर वापस खरीदे थे। कंपनी ने आखिरी बार 2023 में 9,300 करोड़ रुपये के शेयर वापस खरीदे थे।
(नोट - यह केवल शेयर के प्रदर्शन की जानकारी प्रदान करता है। यह निवेश सलाह नहीं है। किसी भी प्रकार का निवेश करने से पहले इस क्षेत्र के विशेषज्ञों या जानकारों से परामर्श करना आवश्यक है।)