खबरदार! सरकार ने किया अलर्ट- फ्री इंटरनेट के नाम पर लाखों रुपये का होगा नुकसान बिल्कुल कैसे?


नई दिल्ली। स्मार्टफोन और इंटरनेट हर किसी की जिंदगी का अहम हिस्सा बन गए हैं.टेक्नोलॉजी ने कई चीजों को आसान बना दिया है. लोगों को फायदा हुआ है। लेकिन इसके साथ ही धोखाधड़ी के मामलों में भारी वृद्धि हुई है। साइबर अपराधी नागरिकों को तरह-तरह से ठग रहे हैं। कई टेलिकॉम कंपनियां यूजर्स को आकर्षित करने के लिए तरह-तरह के ऑफर्स लॉन्च कर रही हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए कई बार साइबर अपराधी फ्री इंटरनेट का लालच दिखाकर लाखों रुपये की ठगी कर लेते हैं.

साइबर क्रिमिनल अब टेलीकॉम कंपनियों के नाम से यूजर्स को मैसेज भेज रहे हैं। जिसमें लोगों को बताया जाता है कि अगर आप इस लिंक पर क्लिक करेंगे तो आपको फ्री इंटरनेट मिलेगा। अगर आपको भी इस तरह के मैसेज आ रहे हैं तो आपको बेहद सावधान रहने की जरूरत है। पीआईबी ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है। यह झूठा बताया जा रहा है। सावधानी बरतने की भी सलाह दी जाती है।

पीआईबी ने ट्वीट किया, हम सभी जानते हैं कि मुफ्त इंटरनेट डेटा की पेशकश बहुत आकर्षक है। लेकिन कभी-कभी यह खतरनाक होता है। ऐसे फेक मैसेज से ठगे जाने से बचने के लिए बिना सोचे समझे किसी भी लिंक पर क्लिक न करें। हाल ही में कोरोना वैक्सीन से जुड़े ऐसे ही फर्जी मैसेज भी देखने को मिले हैं। मैसेज में दावा किया गया है कि सरकार वैक्सीन की डोज पूरी करने के बाद फ्री रिचार्ज का तोहफा दे रही है। ऐसे संदेशों पर कभी विश्वास न करें।

फेक न्यूज के प्रसार को रोकने के प्रयास

कोरोना के दौरान कई फेक मैसेज वायरल हो रहे थे. पीआईबी ने इस दौरान फेक न्यूज को फैलने से रोकने के लिए कई प्रयास किए। पीआईबी फैक्ट चेक सरकारी नीतियों/योजनाओं/विभागों/मंत्रालयों के बारे में गलत सूचना को जनता तक फैलने से रोकने के लिए काम करता है। सरकार से जुड़ी कोई खबर सच है या गलत यह जानने के लिए आप पीआईबी फैक्ट चेक की मदद ले सकते हैं।

 कोई भी व्यक्ति पीआईबी फैक्ट चेक को किसी संदिग्ध समाचार या पोस्ट, ट्वीट या फेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट व्हाट्सएप नंबर 918799711259 पर भेज सकता है। इसी तरह आप मेल आईडी pibfactcheck@gmail.com पर मेल भेजकर भी विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने

Recent in Sports