उत्कृष्टता शिक्षा नीति का अभिन्न हिस्सा होना चाहिए: वेंकैया



नई दिल्ली। उत्कृष्टता को शिक्षा प्रणाली का अभिन्न हिस्सा बनाने पर जोर देते हुए उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने गुरुवार को कहा कि राष्ट्र के रूप में हमारी यात्रा एक महत्वपूर्ण पड़ाव पर है जहां उत्कृष्टता अनिवार्य है। श्री नायडू ने हैदराबाद में रामकृष्ण मठ के स्वामी विवेकानंद मानव उत्कृष्टता संस्थान के 21 वें स्थापना दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम को ऑनलाइन संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षण संस्थानों को उत्कृष्टता की अवधारणा अपने भीतर समाहित करनी होगी।
उन्होंने कहा कि उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए अनुशासन, एकाग्रचित और समर्पित प्रयास आवश्यक है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र के रूप में हमारी यात्रा एक महत्वपूर्ण पड़ाव पर है। इस समय उत्कृष्टता अनिवार्य है और औसत स्तर लंबे समय तक नहीं चलेगा। उप राष्ट्रपति ने स्वामी विवेकानंद के 1893 में शिकागो धर्म संसद में दिये भाषण का उल्लेख करते हुए कहा कि धर्म, आध्यात्मिकता, राष्ट्रवाद, शिक्षा, दर्शन, समाज सुधार, गरीबी उन्मूलन और जन सशक्तिकरण पर उनके विचार सभी को प्रभावित करते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा प्रणाली में तत्काल आमूल चूल बदलाव की जरूरत है जिससे 21वीं सदी की चुनौतियों का सामना किया जा सके।

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