कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में राहुल ने दिया संघर्ष का मंत्र, 'संविधान के लिए है लड़ाई


नई दिल्ली। कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में अध्यक्ष राहुल गांधी ने नए चुने हुए सांसदों को संघर्ष का मंत्र दिया। कांग्रेस अध्यक्ष ने बैठक में पार्टी के कार्यकर्ताओं का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि कांग्रेस से जुड़े हर व्यक्ति को याद रखना चाहिए कि यह लड़ाई संविधान को बचाने के लिए है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के 52 सांसद बीजेपी से इंच-इंच लडऩे के लिए काफी हैं। लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस पार्टी के सामने मोदी सरकार को घेरने के लिए रणनीति बनाने की मुश्किल लड़ाई है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने नए चुने हुए सांसदों को न्याय और संविधान के लिए संघर्ष की सीख दी। उन्होंने कहा, 'हम 52 सांसदों को मिलकर संघर्ष करना है। भले ही संख्या में हम 52 हों, लेकिन इसी संख्याबल से हम बीजेपी से इंच-इंच की लड़ाई करने में सक्षम हैं।  बता दें कि कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में राहुल ने पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद इस्तीफे की भी पेशकश की थी। कार्यसमिति में बैठक के बाद राहुल ने पहली बार पार्टी के किसी और कार्यक्रम में हिस्सा लिया और इसमें उन्होंने पार्टी के नए सांसदों को संघर्ष की सीख दी।
राहुल ने संविधान के लिए संघर्ष की नसीहत देते हुए, 'कांग्रेस पार्टी के हर कार्यकर्ता को यह याद रखना चाहिए कि हमारी लड़ाई संविधान के लिए है। हमारी लड़ाई हर व्यक्ति के लिए है भले ही उसका रंग, उसकी आस्था कुछ भी क्यों न हो। हमारा संघर्ष देश के प्रत्येक नागरिक के लिए है और यह लड़ाई जाति, धर्म, लिंग, रंगभेद से परे है।  संसदीय दल की बैठक में लोकसभा सांसदों के साथ ही कांग्रेस पार्टी के राज्यसभा सांसदों ने भी हिस्सा लिया।
बैठक में कांग्रेस के संसदीय दल का नेता सोनिया गांधी को चुना गया। लोकसभा में कांग्रेस का नेता चुनने का अधिकार भी सोनिया गांधी को ही दिया गया। संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद सोनिया गांधी ने पार्टी के कार्यकर्ताओं का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने पार्टी के लिए मतदान करनेवाले सभी वोटरों को भी शुक्रिया अदा किया। कांग्रेस अध्यक्ष ने लोकसभा चुनाव में मेहनत के लिए पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं का आभार जताया। 

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