• सब्जियों की खेती में निवेश की बनाई योजना
जगदलपुर ।  बस्तर जिले का कोलचूर क्षेत्र सब्जियों की खेती के लिए पूरे क्षेत्र में प्रसिद्ध है, किन्तु इसी क्षेत्र के कुछ किसानों के लिए बारहमासी खेती आज भी सपना है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा किसानों की कर्जमाफी और समर्थन मूल्य बढ़ाने की घोषणा से इन किसानों के सपनों को फिर से पंख लग गए हैं और वे इस राशि का उपयोग सब्जियों की खेती में लगाने की योजना बना रहे हैं। 

    कोलचूर के किसान गडरु बताते हैं कि उनके पास लगभग दो-ढाई एकड़ जमीन है और इस जमीन में वे सिर्फ धान की खेती करते हैं। इतनी जमीन में सिर्फ एक फसल लेने के कारण उनकी आर्थिक स्थिति जस की तस बनी हुई है और वे इस स्थिति से उबरने के लिए सब्जियों की खेती करना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि धान की खेती से होने वाली कमाई से इतनी बचत नहीं हो पाती थी, कि वे अपने खेत में नलकूप खनन करवा सकें। उन्होंने कहा कि कर्जमाफी से बचने वाली राशि का उपयोग वे नलकूप खनन में करेंगे, जिससे वे सब्जियों की खेती कर पूरे वर्ष भर आय का जरिया ढूंढ सकंे। मरलेंगा के किसान लच्छूराम ने भी मुख्यमंत्री श्री बघेल द्वारा किसानों के हित में लिए गए तत्परतापूर्वक लिए गए निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि उनकी इच्छा भी अपने खेत में नलकूप खनन करवाकर सब्जियों की खेती करने की है, जिसे वे अब पूरा कर सकेंगे। घाटलोहंगा के किसान चैतू कश्यप ने बताया कि उनके पास लगभग 4 एकड़ जमीन है और वे इसमें सब्जियों की खेती करना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि इसमें सबसे बड़ी बाधा फसल की सुरक्षा के लिए फेंसिंग का नहीं होना था। वे चाहकर भी फेंसिंग का कार्य पैसों के अभाव में नहीं करवा पा रहे थे। चैतू ने बताया कि इस वर्ष उन्होंने लगभग 80 हजार रुपए की रकम कर्ज के तौर पर ली थी, जो सरकार माफ करने जा रही है। इस राशि का उपयोग वे खेतों की फेंसिंग कार्य में करेंगे और सब्जियों की खेती का सपना अब निश्चित तौर पर साकार करेंगे।