कोरिया।
जिला शिक्षा अधिकारी की टीम ने खडग़वां विकासखण्ड के ग्रामीण अंचल में
संचालित स्कूलों को औचक निरीक्षण किया। इस दौरान स्कूल से नदारद रहने वाले
और अध्यापन कार्य में लापरवाही बरतने वाले प्राचार्य-हेडमास्टर सहित 13
शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की गई। स्कूल के 6 शिक्षकों की एक-एक दिन की
तनख्वाह काटने और 7 शिक्षकों का वेतनवृद्धि रोकने का फरमान जारी किया गया
है।
जिला शिक्षा अधिकारी राकेश पाण्डेय अपनी टीम को लेकर गुरुवार सुबह
खडग़वां विकासखण्ड के ग्रामीण अंचल में संचालित स्कूलों का औचक निरीक्षण
करने निकले थे। सबसे पहले प्राथमिक शाला बरदर एवं माध्यमिक शाला बरदर का
आकस्मिक निरीक्षण किया गया। इस दौरान दोनों स्कूलों में कोई भी शिक्षक
प्रार्थना में उपस्थित नहीं मिले। इस पर डीइओ ने स्कूली बच्चों को लाइन
लगवाकर प्रार्थना कराई। मामले में प्रधानपाठक उमा सिंह, सोभा सिंह शिक्षक
एलबी, मंजूलता शिक्षक एलबी, संगीता चौरसिया शिक्षक एलबी, सहायक शिक्षक
पंचायत स्वाती जायसवाल का प्रार्थना में उपस्थित नहीं होने व लापरवाही
बरतने पर तत्काल एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए हैं।
प्राचार्य दो दिन से नदारद, पढ़ाई में लापरवाही
जिला
शिक्षा अधिकारी पाण्डेय ने खडग़वा के दूरस्थ अंचल ग्राम पंचायत कोड़ा के
हायर सेकण्डरी स्कूल का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान प्रभारी प्राचार्य
मनोहर सिंह लकड़ा बिना किसी सूचना के पिछले दो दिन से अनुपस्थित पाए गए।
वहीं संस्था में पदस्थ किसी शिक्षक ने शिक्षक दैनंदनी संधारित नहीं की थी।
छात्र-छात्राओं को कॉपी में होमवर्क भी नहीं देने का मामला सामने आया। इसके
अलावा शाला में पाठयक्रम का विभाजन नही, त्रैमासिक परीक्षा का फर्द तैयार
कर प्रस्तुत नहीं किया गया था।मामले में लापरवाही बरतने वाले प्राचार्य
मनोहर लकड़ा, शिक्षक गुडडू रजक, महादेव यादव, ममता साहू, दीपक कुमार सिंह,
सुजीत कुमार कश्यप, लखन लाल की एक-एक वेतन वृद्धि तत्काल असंचयी प्रभाव से
रोकी गई है।
जिला शिक्षा अधिकारी ने की मध्यान्ह भोजन की जांच
वहीं
प्राथमिक-माध्यमिक शाला बरदर में मध्याह्न भोजन संचालन में अनियमितता
बरतने पर स्व-सहायता समूह समरथपारा समूह को तत्काल समूह कार्य से हटा दिया
गया है। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बरदर का निरीक्षण में देवराज
सहायक शिक्षक एलबी नदारद मिलने पर एक दिन का वेतन काटा गया है। शासकीय
माध्यमिक शाला एवं प्राथमिक शाला लकड़ापारा का निरीक्षण करने पहुंचे और
बच्चों के साथ बैठकर मध्यान्ह भोजन किया। मामले में स्व सहायता समूह को
मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता सुधारने के निर्देश दिए।