-3,000 बड़ी इंडस्ट्रीज़ को बंद करने की सलाह; बीजिंग की तर्ज पर प्लान तैयार?
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली इस समय प्रदूषण के संकट का सामना कर रही है, और इसका समाधान खोजने के लिए इंटरनेशनल सलाह दी जा रही है। अब चीन ने दिल्ली में एयर क्वालिटी सुधारने के लिए एक कड़ा उपाय सुझाया है। चीन के मुताबिक, दिल्ली और उसके आस-पास के इलाकों में करीब 3,000 भारी इंडस्ट्रीज़ को हमेशा के लिए बंद कर देना चाहिए या शहर से बाहर शिफ्ट कर देना चाहिए।
कुछ साल पहले, चीन भी ऐसी ही स्थिति का सामना कर रहा था। चीन की राजधानी बीजिंग भी ज़हरीले एयर पॉल्यूशन की चपेट में आ गई थी। वहां पॉल्यूशन काफी हद तक कम हो गया है। अब चीन सुझाव दे रहा है कि भारत को भी वही करना चाहिए जो चीन ने सख्ती से किया।
बीजिंग मॉडल का एक उदाहरण
चीन ने यह सलाह अपने अनुभव के आधार पर दी है। 2008 के ओलंपिक्स के दौरान भी बीजिंग में पॉल्यूशन की ऐसी ही गंभीर समस्या थी। उस समय, चीन की सरकार ने बीजिंग की हज़ारों फैक्ट्रियों को शहर से बाहर कर दिया था और कोयले से चलने वाले प्रोजेक्ट्स पर रोक लगा दी थी। चीन का कहना है कि जब तक वह ऐसा ही 'कड़ाÓ फैसला नहीं लेता, दिल्ली को पॉल्यूशन से छुटकारा नहीं मिलेगा।
चीन के प्रस्ताव में मुख्य बातें:
दिल्ली में 3,000 से ज़्यादा पॉल्यूशन फैलाने वाली फैक्ट्रियों को लिस्ट करना और उन्हें तुरंत बंद करना। पुरानी गाडिय़ों के इस्तेमाल पर पूरी तरह से रोक लगाना और ई-गाडिय़ों को बढ़ावा देना। कोयले से चलने वाली इंडस्ट्रीज़ को एनर्जी के दूसरे सोर्स पर शिफ्ट करना। प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए बीजिंग की तरह 'स्मॉग टावरÓ और हाई-टेक एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करना।
भारत की क्या भूमिका है?
भारतीय एक्सपट्र्स के मुताबिक, हालांकि चीन की यह सलाह टेक्निकली असरदार है, लेकिन भारत जैसे डेमोक्रेटिक देश में रातों-रात 3,000 इंडस्ट्रीज़ को बंद करना आर्थिक और सामाजिक रूप से मुश्किल है। इससे लाखों नौकरियां जाने का खतरा है। हालांकि, केंद्र और राज्य सरकारें अब इंडस्ट्रीज़ को कैटेगरी में बांटने और प्रदूषण कम करने के लिए नए नियम बनाने पर विचार कर रही हैं।
