- -मई 2024 तक के ऑफिशियल डेटा के मुताबिक
- -बाकी ज़्यादातर सांसदों ने एक भी किताब उधार नहीं ली
- -क्या लाइब्रेरी बाहर के लोगों के लिए भी है?
नई दिल्ली। पार्लियामेंट लाइब्रेरी मुख्य रूप से सांसद और लोकसभा और राज्यसभा सेक्रेटेरिएट के अधिकारियों के लिए है। यह मीडिया गैलरी के पुराने सांसद और एक्रेडिटेड पत्रकारों के लिए भी खुली है। हालांकि, आम लोगों को लाइब्रेरी में जाने की इजाज़त नहीं है। आम नागरिक ऑनलाइन रजिस्टर करके लाइब्रेरी के डिजिटल रिसोर्स का फ़ायदा उठा सकते हैं। लाइब्रेरी के अधिकारी और स्टाफ़ सांसद में पढऩे की घटती आदत को लेकर परेशान हैं।
पार्लियामेंट लाइब्रेरी में क्या है?
पार्लियामेंट लाइब्रेरी में 34,500 से ज़्यादा किताबें हैं।
इंटरनेट पर लगभग 35,000 आर्टिकल अपलोड किए गए हैं।
लाइब्रेरी में 200 पब्लिशर्स के 75 सब्जेक्ट्स पर 12 मिलियन (1 करोड़ 20 लाख) जर्नल्स का एक्सेस है।
इसके अलावा, 61,000 वीडियो और 24,000 ऑडियो कैसेट भी उपलब्ध हैं।
रेगुलर आने वाले सांसद
जयराम रमेश
सुप्रिया सुले
जॉन ब्रिटास
हरि भाई पटेल
जुगल किशोर शर्मा
रामजी लाल सुमन
प्रियंका चतुर्वेदी
गिरधारी लाल यादव
एस निरंजन रेड्डी
सांसद अब्दुस्समद समदानी
