-दिल्ली ब्लास्ट: दिल्ली लाल किला ब्लास्ट के बारे में चौंकाने वाली जानकारी सामने आ रही है
नई दिल्ली। दिल्ली लाल किला ब्लास्ट के बारे में चौंकाने वाली जानकारी सामने आ रही है। आरोपियों को विदेश से एन्क्रिप्टेड एप्लिकेशन के ज़रिए सुसाइड बॉम्बिंग के वीडियो भेजे गए थे। दिल्ली ब्लास्ट की जांच कर रही एजेंसियों ने खुलासा किया है कि सुसाइड बॉम्बिंग के वीडियो जैश डॉक्टर मॉड्यूल के साथ शेयर किए जा रहे थे। मॉड्यूल के विदेशी हैंडलर्स ने डॉक्टरों के साथ ऐसे 36 से ज़्यादा वीडियो शेयर किए थे। ये डॉक्टर धमाकों में शामिल थे और जांच एजेंसियों ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
गिरफ्तार डॉक्टरों में से एक डॉ. मुज़म्मिल अहमद गनी हैं। पूछताछ के दौरान इस डॉक्टर ने जांच एजेंसियों को पूरा प्रोसेस बताया। डॉ. मुज़म्मिल अहमद गनी ने जांच एजेंसियों को बताया कि इन वीडियो से सुसाइड बॉम्बिंग के मकसद और उनमें ऐसी आदतें कैसे डेवलप हुईं, इस बारे में डिटेल में जानकारी मिलती है। जांच एजेंसियों के मुताबिक, ऐसे वीडियो दुनिया भर के दूसरे आतंकवादी संगठन भी इस्तेमाल करते हैं।
जांच एजेंसियां अब यह पता लगा रही हैं कि लाल किला ब्लास्ट मॉड्यूल के मास्टरमाइंड मुज़म्मिल के अलावा और किसने ऐसे वीडियो भेजे। इन वीडियो के ज़रिए ये आतंकवादी अपने पैसे से बम बना रहे थे और खुद ही खरीद रहे थे। इससे उनकी कट्टरता का पता चलता है। रिपोर्ट के मुताबिक, इन आतंकवादियों ने खुद 26 लाख रुपये जमा किए थे और चार गाडिय़ां खरीदी थीं। इन वीडियो से डॉ. मुजम्मिल और डॉ. उमर का ब्रेनवॉश किया गया।
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली मामले में तीन हैंडलर्स की पहचान 'हंजुल्लाहÓ, 'निसारÓ और 'उकासाÓ के तौर पर हुई है। ये कोडनेम हो सकते हैं। इस रिपोर्ट के मुताबिक, 'हंजुल्लाहÓ नाम का इस्तेमाल करने वाले एक व्यक्ति ने मुजम्मिल को करीब 40 वीडियो भेजे थे। मुजम्मिल ही वह व्यक्ति था जिसने ब्लास्ट में इस्तेमाल किए गए विस्फोटक जमा किए थे। जांच एजेंसियों ने अब तक दिल्ली बम ब्लास्ट मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया है और कई अन्य लोगों से पूछताछ कर रही है।
