जैसलमेर। राजस्थान के जैसलमेर में मंगलवार दोपहर बड़ा हादसा हुआ, जब जैसलमेर से जोधपुर जा रही बस थैयत गांव के पास आग की लपटों में घिर गई. हादसे में तीन बच्चों और चार महिलाओं सहित 20 लोगों के झुलसने और मौत की आशंका है। दमकल की टीम ने एक घंटे में आग बुझाई. प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट या इंजन ओवरहीट की संभावना जताई गई है। फायर ब्रिगेड की टीम पहुंचने से पहले ही बस जलकर खाक हो चुकी थी फायर ब्रिगेड की टीम पहुंचने से पहले ही बस जलकर खाक हो चुकी थी।
राजस्थान के जैसलमेर जिले में मंगलवार दोपहर बड़ा हादसा हो गया. जैसलमेर से जोधपुर जा रही एक बस में अचानक आग लग गई, जिसमें तीन बच्चों और चार महिलाओं समेत कम से कम 20 लोग गंभीर रूप से झुलस गए, जिनकी मौत की आशंका जताई जा रही है. हादसा दोपहर करीब 3:30 बजे थैयत गांव के पास, जैसलमेर से लगभग 20 किलोमीटर दूर हुआ।
बस के पिछले हिस्से से धुआं उठता दिखा
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बस दोपहर करीब 3 बजे जैसलमेर से 57 यात्रियों को लेकर रवाना हुई थी. थैयत गांव पार करते ही बस के पिछले हिस्से से धुआं उठता दिखा और कुछ ही पलों में पूरी बस आग की लपटों में घिर गई. यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। कई लोग खिड़कियों और दरवाजों से किसी तरह बाहर निकले।
गांववालों और राहगीरों ने बचाव शुरू किया
गांववालों और राहगीरों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर बचाव अभियान शुरू किया. उन्होंने आसपास के जल स्रोतों से पानी और रेत की मदद से आग बुझाने की कोशिश की. इस बीच सूचना मिलते ही दमकल और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने में करीब एक घंटे का समय लगा।
Óहम पहुंचे तो कोई भी व्यक्ति जिंदा नहीं मिलाÓ
नगर परिषद के दमकलकर्मी और असिस्टेंट फायर ऑफिसर पृथ्वीपाल सिंह राठौर ने बताया कि सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम लगभग 10 मिनट में मौके पर पहुंच गई थी, लेकिन तब तक बस पूरी तरह जलकर खाक हो चुकी थी. उन्होंने कहा, 'जब हम पहुंचे तो कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं मिला जिसे हम जिंदा निकाल पाते. अनुमान है कि करीब 10 से 12 लोग बस के अंदर ही थे। सभी घायलों को स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से तीन एम्बुलेंसों के जरिए जवाहर अस्पताल, जैसलमेर पहुंचाया गया. गंभीर रूप से झुलसे मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद जोधपुर रेफर किया गया। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जैसलमेर से जोधपुर जा रही बस में भीषण आग लगने से कई लोगों के हताहत होने का चिंताजनक समाचार मिला है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि इस हादसे में कम से कम जनहानि हो एवं झुलसे हुए लोगों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ मिले।
गंभीर रूप से घायल इमामत (30) और उनके बेटे को भी जोधपुर भेजा गया है. पास के आर्मी बेस से जवान भी मौके पर पहुंचे और बचाव व आग बुझाने के कार्य में मदद की?
अधिकारियों का कहना है कि आग लगने का सटीक कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है, हालांकि प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट या इंजन के अधिक गर्म होने की आशंका जताई गई है. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।