भारतीय सीमा पर चीनी कब्जा बना गंभीर खतरा : सुरजेवाला


नयी दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि चीन ने हमारे डेपसाँग प्लेस तथा पैंगोंग त्सो लेक इलाके में कब्जा करने के साथ ही सीमा क्षेत्र में बड़े स्तर पर अतिरिक्त सैन्य निर्माण कर दिया है और उसकी लगातार भारतीय सरजमीं हड़पने की कोशिश देश की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बन गयी है।

कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने रविवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भारतीय सीमा की तरफ घुसपैठ का चीनी दुस्साहस मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण बढ़ रहा है और अपनी सरजमीं पर हम किसी का कब्जा बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। घुसपैठिये को समझ लेना चाहिए कि भारती की सुरक्षा तथा भूभागीय अखंडता पर कोई समझौता देश को स्वीकार नहीं हो सकता है।

उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार चीनी दुस्साहस को लेकर मीडिया के माध्यम से भ्रम का माहौल पैदा कर रही है और वास्तविक स्थिति के विपरीत बयान दे रही है। उनका कहना था कि 19 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक में कहा ‘न तो हमारी सीमा में कोई घुसा है, न ही कोई घुसा हुआ है, न ही हमारी कोई पोस्ट किसी दूसरे के कब्जे में है’ लेकिन 26 जून को चीन में भारत के राजदूत ने कहा ‘भारत उम्मीद करता है कि चीन अपनी जिम्मेदारी समझ लाईन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल में चीनी तरफ पीछे हट जाएगा।’ इससे पहले विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने लिखित तौर से स्वीकार किया कि चीन ने ‘गलवान घाटी’ में भारत की तरफ निर्माण किया है।
प्रवक्ता ने कहा कि विदेश मंत्रालय ने भी तब स्वीकार किया था कि चीन ने भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की है। दो दिन पहले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के लद्दाख दौरे के दौरान भारत-चीन वार्ता पर आश्चर्य चकित ट्वीट किया और कहा ‘जो कुछ भी अब तक बातचीत की प्रगति हुई है उससे मामला हल होना चाहिए। कहां तक हल होगा, इसकी गारंटी नहीं दी जा सकती है।”

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