नई दिल्ली। जुझारू भारतीय टेस्ट बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने कहा है कि क्रिकेट को निजी जिंदगी से अलग रखने के महत्व के बारे में सलाह देने के लिए वह पूर्व दिग्गज क्रिकेटर राहुल द्रविड़ के हमेशा आभारी रहेंगे जिसने उनकी जिंदगी को बदल दिया। पुजारा ने कहा कि द्रविड़ ने उन्हें क्रिकेट के अलावा निजी जिंदगी पर ध्यान देने की जो सलाह दी थी वह उनके लिए काफी अहम साबित हुई। पुजारा ने क्रिकइंफो को दिए साक्षात्कार में द्रविड़ की प्रशंसा करते हुए कहा, "उन्होंने क्रिकेट के बाहर की जिंदगी के महत्व को समझने में मेरी काफी मदद की। मेरा भी ऐसा मानना था कि क्रिकेटर को अपनी व्यक्तिगत तथा पेशेवर जिंदगी को अलग-अलग रखना चाहिए लेकिन मैंने जब उनसे बात की तो मेरा विश्वास और मजबूत हुआ। उनकी सलाह मेरे बहुत काम आई और उससे मुझे बहुत मदद मिली। उन्होंने कहा , मैंने देखा था कि काउंटी क्रिकेट में कैसे खिलाड़ी अपनी निजी जिंदगी को क्रिकेट से अलग रखते हैं। मुझे उनकी सलाह की काफी जरुरत थी। कई लोगों का मानना है कि मैं क्रिकेट पर अधिक ध्यान देता हूं यह सच है, लेकिन मैं यह भी जानता हूं कि कब क्रिकेट के अलावा निजी जिंदगी की ओर ध्यान देना है। क्रिकेट के अलावा जिंदगी के महत्व को मैं समझता हूं। पुजारा ने द्रविड़ को अपनी प्रेरणा का स्रोत बताते हुए कहा, "राहुल भाई का मेरी जिंदगी में कितना महत्व है यह मैं एक वाक्य में नहीं कह सकता। वह हमेशा से मेरी प्रेरणा का स्रोत रहे हैं और रहेंगे। पुजारा ने खुद को राहुल द्रविड़ का प्रशंसक बताते हुए कहा, "मैं उस समय करीब आठ वर्ष का था जब मैंने पहली बार राहुल भाई को बल्लेबाजी करते हुए देखा था। मैंने उन्हें 2002 में भारत के इंग्लैंड दौरे में बल्लेबाजी करते हुए देखा था। उसके बाद उन्होंने एडिलेड में दोहरा शतक जमाया था जो मेरी पसंदीदा पारी है। वह हमेशा एक योद्धा की तरह खेले। जब तक राहुल भाई क्रीज पर मौजूद रहते थे तब तक विपक्षी टीम के लिए विकेट लेना काफी मुश्किल होता था। भारत को आउट करने के लिए विपक्षी टीम के लिए पहले उनका विकेट लेना जरूरी होता था। वह पारी को एक मजबूती प्रदान करते।
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