आई लीग सत्र समाप्त घोषित, मोहन बागान विजेता


नई दिल्ली। वैश्विक महामारी बन चुके कोरोना वायरस के कारण आई-लीग सत्र 2019-20 को समाप्त घोषित कर दिया गया है और मोहन बागान इस सत्र का विजेता बन गया है। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और एआईएफएफ लीग समिति के अध्यक्ष सुब्रत दत्ता ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये शनिवार को लीग समिति की बैठक की जिसमें यह फैसला लिया गया। आई लीग में अभी 28 मैच होने बाकी थे। कोरोना के कारण उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर यह बैठक बुलाई गयी थी ताकि सत्र और अन्य गतिविधियों पर चर्चा की जा सके जिन्हें कोरोना के कारण स्थगित कर दिया गया था। देश में लॉकडाउन को तीन मई तक बढ़ा दिया गया है इसलिए समिति का फैसला है कि लीग को आगे नहीं कराया जाएगा। लीग समिति ने फैसला किया कि आई-लीग के 2019-20 सत्र को समाप्त किया जाता है और मोहन बागान इस सत्र के लिए हीरो आई-लीग का चैंपियन बन जाता है क्योंकि 14 मार्च को लीग को स्थगित किये जाने के समय वह अंक तालिका में सबसे ऊपर था। मोहन बागान चार राउंड शेष रहते पहले ही खिताब पर कब्जा कर चुका था। मोहन बागान के 16 मैचों से 39 अंक थे और उसके पास अन्य टीमों से इतना फासला था कि कोई टीम उसे पार नहीं कर सकती थी चाहे सभी मैच खेले जाते और लीग अपने निर्धारित समय पर समाप्त होती। उपविजेता के लिए तीन टीमें ईस्ट बंगाल और मिनर्वा पंजाब (दोनों टीमें 16 मैचों से 23 अंक) तथा रियल कश्मीर (15 मैचों से 22 अंक) होड़ में थीं।
लीग समिति ने अन्य क्लबों की चिंता को ध्यान में रखते हुए चैंपियन की पुरस्कार राशि को छोड़कर शेष पुरस्कार राशि को शेष 10 क्लबों में बराबर बांटने का फैसला किया है। समिति ने यह भी सिफारिश की है कि हीरो आई लीग सत्र 2019-20 से कोई रेलीगेशन नहीं होगा। समिति के इस फैसले से आइजॉल एफसी और नेरोका एफसी को राहत मिली है। लीग के निलंबन के समय 11 टीमों की लीग में इंडियन एरोज सबसे नीचे थी जबकि नेरोका (17 मैचों से 19 अंक) और आइजॉल (15 मैचों से 16 अंक) क्रमश: नौंवें और 10वें स्थान पर थीं। सेकेंड डिविजन पर समिति ने कहा कि वह एआईएफएफ की कार्यकारी समिति और एशियाई फुटबॉल परिसंघ से अनुमोदन का इंतजार करेगी और यह सम्भावना ढूंढने की कोशिश करेगी कि हीरो आई लीग 2020-21 के क्वालीफिकेशन के लिए अगले सत्र में सेकेंड डिविजन टूर्नामेंट को छोटी अवधि में कराया जा सकता है कि नहीं। इस बीच विभिन्न युवा लीग के करीब 500 मैच होने के बाकी है और समिति को लगता है कि मौजूदा स्थिति में हीरो सब जूनियर लीग, हीरो जूनियर लीग, हीरो एलीट लीग औऱ खेलो इंडिया महिला अंडर-17 लीग को कराना बच्चों और युवाओं के लिए खतरनाक होगा। इसलिए 2020-21 सत्र को नए सिरे से कराया जाएगा। हाल की स्थिति को देखते हुए समिति का मानना है कि जहां तक एआईएफएफ अकादमी मान्यता का सम्बन्ध है इसमें लचीलापन दिखाने की जरूरत है क्योंकि इसका उद्देश्य खिलाडिय़ों और क्लबों की भागीदारी बढ़ाना है। इसलिए समिति ने लॉकडाउन खत्म होने के बाद जरूरी दस्तावेज जमा करने की समय सीमा बढ़ाने की सिफारिश की है।

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