रणजी लीजेंड वसीम जाफर ने लिया संन्यास

मुंबई। घरेलू क्रिकेट के बेताज बादशाह और रणजी ट्रॉफी के लीजेंड कहे जाने वाले मुंबई के 42 वर्षीय बल्लेबाज वसीम जाफर ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों को शनिवार को अलविदा कह दिया। जाफर ने प्रथम श्रेणी करियर में 260 मैचों में 50.67 के औसत से 19410 रन बनाये जिसमें 57 अर्धशतक और 91 अर्धशतक शामिल हैं। उनका सर्वाधिक स्कोर नाबाद 314 रन रहा है और उन्होंने 299 कैच लिए हैं। जाफर ने लिस्ट ए में 118 मैचों में 4849 रन और 23 टी-20 मैचों में 616 रन बनाये। घरेलू क्रिकेट के इस दिग्गज बल्लेबाज ने भारत के लिए 31 टेस्ट और दो वनडे खेले जिसमें उन्होंने क्रमश: 1944 रन और 10 रन बनाये। जाफर ने भारत के लिए अपना टेस्ट पदार्पण फरवरी 2000 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मुंबई में किया था और उनका आखिरी टेस्ट अप्रैल 2008 में कानपुर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ही था। जाफर ने टेस्ट मैचों में पांच शतक और 11 अर्धशतक लगाए तथा उनका सर्वाधिक स्कोर 212 रन था।
इस सत्र में विदर्भ के लिए रणजी ट्रॉफी खेलने वाले जाफर ने इस सत्र में भी अच्छी बल्लेबाजी की थी और उन्होंने केरल के खिलाफ अपने नागपुर में अपने आखिरी रणजी मैच में 57 रन बनाये थे। जाफर ने इस सत्र में दिल्ली के खिलाफ 83 और 40 रन तथा राजस्थान के खिलाफ 60 रन बनाये। उन्होंने सत्र शुरू होने से पहले ही संन्यास लेने के संकेत दिए थे क्योंकि फिटनेस उनके लिए एक बड़ा चैलेंज था। जाफर ने संन्यास की घोषणा करते हुए कहा, "25 साल तक प्रोफेशनल क्रिकेट खेलने के बाद अब खेल को अलविदा कहने का समय आ गया है। मैं बीसीसीआई, मुंबई क्रिकेट संघ, विदर्भ क्रिकेट संघ, अपने टीम साथियों, मीडिया और प्रशंसकों को धन्यवाद देना चाहता हूं । मेरे पिता चाहते थे कि उनका एक बेटा भारत के लिए खेले। मैं भारत के लिए खेलकर पिता के सपने को पूरा कर चुका हूं। यह संन्यास लेने का सही समय है और मैं खेल के तीनों प्रारूपों को अलविदा कह रहा हूं। उन्होंने कहा, "मेरे लिए अपने करियर में सबसे यादगार पल पाकिस्तान के खिलाफ 202 और वेस्ट इंडीज के खिलाफ 212 रन बनाना रहा। वर्ष 2006-07 में वेस्ट इंडीज और इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीतना भी मेरे लिए काफी यादगार रहा। मेरे लिए यह बड़े सम्मान की बात है कि मैंने राहुल द्रविड़, सौरभ गांगुली, अनिल कुंबले, वीवीएस लक्ष्मण, वीरेंद्र सहवाग और महेंद्र सिंह धोनी जैसे दिग्गजों के साथ ड्रेसिंग रूम साझा किया।"
जाफर के नाम देश की राष्ट्रीय क्रिकेट प्रतियोगिता रणज़ी ट्रॉफी में सबसे ज़्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड है। 2018 में जाफर रणज़ी ट्रॉफी में 11,000 और पिछले ही महीने 12,000 रन बनाने वाले एकमात्र बल्लेबाज बने थे। जाफर ने 1996-97 में रणज़ी ट्रॉफी पदार्पण किया था और वह दो दशक से ज़्यादा समय तक इसमें खेले। इस सत्र में जाफर ने अपने 150 रणजी ट्रॉफी मैच पूरे किए थे और ऐसा करने वाले भी वह एकमात्र बल्लेबाज हैं। जाफर ने रणज़ी ट्रॉफी में सबसे ज़्यादा 40 शतक भी लगाए हैं। जाफर अब आईपीएल 2020 में बल्लेबाजी कोच के रूप में दिखाई देंगे। वह आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की तरफ से खेल चुके हैं। आईपीएल फ्रेंचाइजी किंग्स इलेवन पंजाब ने जाफर को इस सत्र के लिए अपना बल्लेबाजी कोच नियुक्त किया है। जाफर बंगलादेश में बल्लेबाजी कोच की भूमिका निभा रहे हैं। बंगलादेश क्रिकेट बोर्ड ने पिछले साल मई में जाफर को मीरपुर स्थित अपनी नेशनल क्रिकेट अकादमी का बल्लेबाजी सलाहकार नियुक्त किया था। जाफर बंगलादेश में भी नए खिलाडिय़ों को बल्लेबाजी के गुर सिखा रहे हैं।
मुंबई ने जाफर की कप्तानी में अपना 38वां और 39वां रणजी खिताब जीता था। उनकी कप्तानी में पश्चिम क्षेत्र ने 16वीं बार दिलीप ट्रॉफी खिताब जीता था। जाफर ने मुंबई के लिए आठ बार रणजी ट्रॉफी जीती थी जिसमें दो बार जीत उनकी कप्तानी में मिली थी। उन्होंने फिर विदर्भ के साथ भी दो बार रणजी ट्रॉफी जीती। जाफर के नाम रणजी में सबसे ज्यादा मैच (156), सबसे ज्यादा रन (12,038), सबसे ज्यादा शतक (40),और सबसे ज्यादा कैच (200) के रिकॉर्ड हैं। इसके अलावा उनके नाम दिलीप ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन (2545) और ईरानी कप में भी सबसे ज्यादा रन (1294) के रिकॉर्ड हैं। वह एकमात्र ऐसे बल्लेबाज है जिन्होंने एक रणजी सत्र में दो बार 1000 से ज्यादा रन (2008-09 और 2018-19) बनाये हैं।

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