सिंधू और सायना क्वार्टरफाइनल में बाहर

कुआलालम्पुर। विश्व चैंपियन पीवी सिंधू और सायना नेहवाल का पिछले पांच महीनों से चल रहा खराब प्रदर्शन नये साल में भी बरकरार रहा और दोनों भारतीय खिलाड़ी मलेशिया मास्टर्स बैडमिंटन टूर्नामेंट के क्वार्टरफाइनल में शुक्रवार को हारकर बाहर हो गयीं और इसके साथ ही टूर्नामेंट में भारतीय चुनौती भी समाप्त हो गयी। छठी सीड सिंधू को विश्व की नंबर दो खिलाड़ी और टॉप सीड चीनी ताइपे की ताई जू यिंग ने 36 मिनट में 21-16, 21-16 से पराजित कर दिया जबकि सायना को ओलंपिक चैंपियन और गैर वरीय स्पेन की कैरोलीना मारिन ने मात्र 30 मिनट में 21-8, 21-7 से पीट दिया।
सिंधू और सायना की हार के साथ साल के पहले बैडमिंटन टूर्नामेंट में भारत की चुनौती समाप्त हो गयी है। पुरूष एकल वर्ग में कल समीर वर्मा और एच एस प्रणय दूसरे दौर में हार गये थे। भारत की दोनों शीर्ष महिला खिलाडिय़ों का पिछले पांच महीने में लगातार खराब प्रदर्शन रहा था। सिंधू अगस्त 2019 में विश्व चैंपियन बनने के बाद अगले सात टूर्नामेंटों में सिर्फ एक में ही क्वार्टरफाइनल में पहुंच पायी थीं। वरना उनका बोरिया बिस्तरा पहले या दूसरे दौर में बंधता रहा था। सिंधू साल के आखिर में आठ शीर्ष खिलाडिय़ों के वल्र्ड टूर फाइनल्स में अपने खिताब का बचाव भी नहीं कर सकी थीं। रियो ओलंपिक की रजत विजेता सिंधू से उम्मीद थी कि वह नये साल की शुरूआत अच्छी करेंगी लेकिन जू यिंग के सामने उनकी एक नहीं चली। इस हार के साथ सिंधू का जू यिंग के खिलाफ 5-12 का करियर रिकार्ड हो गया है। सिंधू ने आखिरी बार जू यिंग को अगस्त में विश्व चैंपियनशिप में हराया था। खराब फार्म और फिटनेस से गुजऱ रही सायना को मारिन के हाथों काफी करारी हार मिली। वह पहले गेम में आठ और दूसरे गेम में सात अंक ही जीत पायीं। विश्व रैंकिंग में 11वें नंबर की सिंधू का 10वें नंबर की मारिन के खिलाफ अब 6-7 का करियर रिकार्ड हो गया है। दोनों के बीच पिछला मुकाबला जनवरी 2019 में हुआ था और तब सायना को मारिन के रिटायर होने से जीत मिली थी। लेकिन इस बार मारिन ने सायना को कोई मौका नहीं दिया।

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