लोकसभा चुनाव: यह है सबसे गरीब प्रत्याशी! ना नकदी, ना जेवर, जीरो बैलेंस




नई दिल्ली । राजनीति में आने के बाद नेताओं की कमाई जहां तेजी से बढ़ती है, वहीं एक ऐसा भी प्रत्याशी है, जो हर चुनाव में और गरीब हो जाता है। इस लोकसभा चुनाव में अब तक मैदान में उतरे प्रत्याशियों में संभवत: एडवोकेट मांगे राम कश्यप सबसे गरीब हैं। वह नेताओं से सवाल करते हैं कि वे प्रचार पर इतना पैसा क्यों खर्च करते हैं। उन्हें ये पैसा लोगों की भलाई पर खर्च करना चाहिए।

मांगे राम ने वर्ष 2000 में बनाई थी मजदूर किसान यूनियन पार्टी

51 वर्षीय वकील मांगे राम कश्यप मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इस बार अपने चुनाव शपथपत्र में उन्होंने कहा है कि उनके पास न कोई आभूषण है, न नगदी और उनका और उनकी पत्नी की बैंक बचत भी जीरो है। उनके पास 100 गज के प्लाट में बना एक मकान है, जिसकी कीमत 15 लाख बताई है, मगर ये भी उन्हें ससुराल से मिला है। उनकी बाइक की कीमत 36000 रुपए है। मुजफ्फर नगर के कोर्ट परिसर में आप उनके बारे में किसी से भी पूछ लें। आपको यही जवाब मिलेगा, वही एडवोकेट मांगे राम जो नेता भी हैं। एडवोकेट मांगे राम ने वर्ष 2000 में मजदूर किसान यूनियन पार्टी बनाई थी। तब से ही वह हर लोकसभा चुनाव लड़ते आ रहे हैं। पार्टी के एक हजार से ज्यादा सदस्य भी हैं।

मुजफ्फर नगर के चुनाव पर हैं देश की नजरें

मांगे राम ने बताया कि उनके पास बाइक है पर पेट्रोल नहीं खरीद सकते, इसलिए पैदल चलते हैं। उनकी पत्नी गृहणी हैं। उनके दो बच्चे हैं, जिनका पालन पोषण करना है। वह अब दूसरा काम ढूंढ रहे हैं, मगर काम कहीं मिलता ही नहीं। वह अपना प्रचार भी पैदल घूम घूमकर करते हैं। वह जब लोगों के दरवाजे पर जाते हैं तो लोग खुश होकर उनका स्वागत करते हैं, और ऐसा पिछले कई चुनाव से हो रहा है। वह देश में वोटर पेंशन स्कीम शुरू करने की बात भी कहते हैं, ताकि कोई वोट के बदले पैसा न मांगे। इसबार मुजफ्फर नगर के चुनाव पर देश की नजरें हैं।

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