बस्तर के किसानों को 11 दिसंबर की बेसब्री से प्रतीक्षा



जगदलपुर । संभाग के धान खरीदी केंद्रों की ओर किसानों का रूख नहीं है और प्राय: सभी खरीदी केंद्रों में सन्नाटा पसरा हुआ है। जानकारी के अनुसार समूचे बस्तर में 1 नवंबर से शासकीय स्तर पर धान खरीदी का कार्य शुरू हो चुका है लेकिन खरीदी केंद्रों में अपेक्षा के अनुसार धान लेेकर कृषक नहीं आ पा रहे हैं।

संभाग के कई जिलों में स्थित धान खरीदी केंद्रों में तो अभी तक बोहनी तक शुरू नहीं हो पाई है। जबकी वर्तमान समय में पिछले वर्ष तक धान लेकर खरीदी केंद्रों तक आने वाले किसानों की रेलमपेल रहती थी। इस वर्ष वहां सन्नाटा छाया हुआ है। अभी तक संभाग के विभिन्न खरीदी केंद्रों में छिटपुट रूप से धान की आवाक हो रही है। इस संबंध में यह चर्चा जमकर चल रही है कि कांग्रेस की किसानों की कर्ज माफी की घोषणा से अंचल के किसान प्रभावित हुए हैं और वे आगामी 11 दिसंबर तक चुनाव के नतीजे आने के बाद कांग्रेस की सरकार बनने का इंतजार कर रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि अगले महीने होने वाली 11 दिसंबर की तिथी पर किसानों का ध्यान लगा हुआ है। 11 दिसंबर को ही विधानसभा चुनाव की परिणाम सामने आ जायेंगे और किसकी सरकार बनेगी यह भी स्पष्ट हो जायेगा। कांग्रेस के कर्ज माफी केे दांव ने संभाग के उत्तर क्षेत्र के विशेष रूप से कांकेर, केशकाल, फरसगांव, भानुप्रतापपुर जैसे क्षेत्र के किसानों को सर्वाधिक प्रभावित किया है। इस क्षेत्र में पिछले 9 नवंबर को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने कांग्रेस की सरकार बनते ही कर्ज माफी की घोषणा की थी। इसीलिए यहां पर कांग्रेस का दांव चल गया है। इसकी चर्चा हो रही है। इस प्रकार पूरे परिदृश्य में कांग्रेस की घोषणा का विशेष छाप दिख रहा है।

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