-नेपाल के हालात पर टिप्पणी करने से पहले अनुमति लेने का निर्देश
नई दिल्ली। नेपाल के मौजूदा हालात पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के बयान के बाद, भाजपा नेतृत्व ने पार्टी नेताओं को नेपाल के बारे में कुछ भी कहने से पहले अनुमति लेने का निर्देश दिया है। भाजपा आलाकमान ने अनौपचारिक रूप से सभी मंत्रियों, नेताओं और अन्य लोगों को नेपाल के हालात पर टिप्पणी करने से पहले अनुमति लेने का निर्देश दिया है। ये निर्देश सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफ़ॉर्म चलाने वालों पर भी लागू होते हैं।
प्रधानमंत्री पहले ही केंद्रीय मंत्रियों से कह चुके हैं कि वे केवल अपने-अपने मंत्रालयों पर ही टिप्पणी करें। भारत नेपाल की स्थिति पर टिप्पणी करने से बच रहा है। विदेश मंत्रालय भी इन घटनाक्रमों का जि़क्र करते हुए काफ़ी सावधानी बरत रहा है। यह एक बेहद संवेदनशील स्थिति है और भारत कोई विवाद पैदा नहीं करना चाहता।
सीमावर्ती राज्यों के पार्टी कार्यकर्ताओं को सलाह
भाजपा ने अपने निर्देशों में साफ़ तौर पर कहा है कि पार्टी नेताओं को इस पर कोई भी टिप्पणी करने से पहले भाजपा अध्यक्ष जे. पी. नड्डा से पूर्व अनुमति लेनी होगी। यह आदेश राज्य के नेताओं के साथ-साथ मंत्रियों पर भी लागू है। उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल जैसे सीमावर्ती राज्यों के पार्टी कार्यकर्ताओं को बेहद सावधान रहने की सलाह दी गई है।
चौधरी ने क्या कहा?
सम्राट चौधरी के उस बयान के बाद विवाद खड़ा हो गया है जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर नेपाल भारत का हिस्सा होता तो वहाँ शांति और खुशहाली रहती। उन्होंने यह बयान नेपाल की मौजूदा स्थिति के लिए कांग्रेस को जि़म्मेदार ठहराते हुए दिया था। उन्होंने कहा था कि यह सब कांग्रेस की गलती है। वहाँ अराजकता है क्योंकि कांग्रेस ने दोनों देशों को अलग रखा। अगर नेपाल भारत का हिस्सा होता, तो वहाँ भी शांति और खुशहाली होती।
भारतीय सुरक्षा बलों ने 60 फरार कैदियों को गिरफ्तार किया
भारत-नेपाल सीमा की सुरक्षा करने वाले सुरक्षा बल, सशस्त्र सीमा बल (स्स्क्च) ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास विभिन्न स्थानों से लगभग 60 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से अधिकांश नेपाली नागरिक हैं। भारतीय सुरक्षा बलों को संदेह है कि ये कैदी नेपाल में राजनीतिक अस्थिरता के माहौल में जेल तोड़कर भागे हैं। स्स्क्च के जवानों ने पिछले दो दिनों में उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती इलाकों से इन लोगों को गिरफ्तार किया है। इन्हें संबंधित राज्यों की पुलिस को सौंप दिया गया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में से दो-तीन ने खुद को भारतीय नागरिक बताया है।
