काठमांडू। नेपाल के हाल के घटनाक्रम पर भारत ने सभी संबंधित पक्ष को संयम बरतने और शांतिपूर्ण तरीकों और बातचीत के माध्यम से किसी भी मुद्दे का समाधान करने को कहा। साथ ही पड़ोसी और मित्र देश नेपाल में भारतीय नागरिकों को सावधानी बरतने की अपील की है। भारत के विदेश मंत्रालय ने आज मंगलवार को कहा कि हम कल से नेपाल में हो रहे घटनाक्रम पर बारीकी से नजऱ रख रहे हैं और कई युवाओं की जान जाने से बेहद दुखी हैं। हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं मृतकों के परिवारों के साथ हैं। हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना करते हैं। एक बयान में विदेश मंत्रालय ने कहा, "एक घनिष्ठ मित्र और पड़ोसी के रूप में, हम आशा करते हैं कि सभी संबंधित पक्ष संयम बरतेंगे और शांतिपूर्ण तरीकों और बातचीत के माध्यम से किसी भी मुद्दे का समाधान करेंगे। हमने यह भी संज्ञान लिया है कि अथॉरिटी ने काठमांडू तथा नेपाल के कई अन्य शहरों में कफ्र्यू लगा दिया है।
मंत्रालय ने नेपाल में भारतीय नागरिकों को सावधानी बरतने तथा नेपाली प्राधिकारियों द्वारा जारी कदमों एवं दिशानिर्देशों का पालन करने की सलाह दी है।
गौरतलब हो, नेपाल की राजधानी काठमांडू में सोशल मीडिया पर बैन के खिलाफ 'जेन-जीÓ के विरोध-प्रदर्शन के बाद आज मंगलवार को पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए। हर संवेदनशील स्थान पर बड़ी संख्या में पुलिसबलों को तैनात किया गया है, जो हर गतिविधि पर नजर रखे हुए हैं और यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति पैदा नहीं हो।
दरअसल, नेपाल में सरकार ने 4 सितंबर को फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, एक्स समेत 26 प्लेटफॉम्र्स पर बैन लगाया था। इसका कारण बताया गया कि ये कंपनियां नेपाल में रजिस्ट्रेशन नहीं करा पाईं और फर्जी खातों से देश विरोधी गतिविधियां हो रही हैं। वहीं युवाओं ने इसे अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला माना। काठमांडू के मैतीघर मंडला, बनेश्वर और सिंहदरबार इलाकों में हजारों युवा सड़कों पर उतरे। हिंसा काठमांडू से बाहर पोखरा, दमक, चितवन और रूपंदेही तक फैल गई। जानकारी के मुताबिक, हिंसा काठमांडू से बाहर पोखरा, दमक, चितवन और रूपंदेही तक फैल गई। कई जगहों पर सरकारी संपत्तियों में तोडफ़ोड़ और वाहनों में आग लगाई गई।
काठमांडू जिला प्रशासन ने संसद भवन, राष्ट्रपति भवन और प्रधानमंत्री आवास के आसपास कफ्र्यू लगा दिया। कई शहरों में सेना तैनात की गई। घायलों का इलाज काठमांडू मेडिकल कॉलेज और एवरेस्ट हॉस्पिटल में चल रहा है।