दिनेश कार्तिक ने धोनी से सिफऱ् तीन महीने पहले ही क्रिकेट में पदार्पण किया था
नई दिल्ली। पूर्व भारतीय क्रिकेटर दिनेश कार्तिक ने अपने प्रशंसकों के सामने टीम इंडिया के कुछ राज़ खोले। कार्तिक ने कहा कि महेंद्र सिंह धोनी ने दिनेश कार्तिक को 'गिरगिट' यानी रंग बदलने वाली छिपकली, बनने पर मजबूर किया। कार्तिक ने धोनी से तीन महीने पहले 2004 में भारत के लिए पदार्पण किया था, लेकिन धोनी के आने के बाद उन्हें टीम में जगह मिलना बहुत मुश्किल हो गया। धोनी ने अपने करियर की तूफानी शुरुआत से सभी को चौंका दिया।
धोनी जल्द ही भारत के प्रमुख विकेटकीपर-बल्लेबाज़ और बाद में कप्तान भी बन गए। धोनी ने लंबे समय तक टीम में अपनी जगह बनाए रखी। लेकिन अब दिनेश कार्तिक ने उनके बारे में एक बयान दिया है। कार्तिक ने कहा, "उस समय राहुल द्रविड़ विकेटकीपिंग कर रहे थे, लेकिन उन्होंने खुद कहा था कि वह सिफऱ् बल्लेबाज़ी पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं। तब टीम को एक स्थायी विकेटकीपर की ज़रूरत थी।
मुझे थोड़े समय के लिए मौका मिला, लेकिन मुख्य विकेटकीपर की भूमिका ज़्यादातर महेंद्र सिंह धोनी के लिए ही बनी थी। क्योंकि वह टीम में आए और सब कुछ बदल गया। धोनी की सफलता के बाद, मुझे टीम में कई समझौते करने पड़े। मैंने छिपकली की तरह कई भूमिकाएँ बदलीं और खेल के साथ तालमेल बिठाया। जब सलामी बल्लेबाज़ के लिए जगह खाली हुई, तो मैं तमिलनाडु के लिए सलामी बल्लेबाज़ बन गया।
जब भी मध्य क्रम में ज़रूरत पड़ी, मैंने वहीं बल्लेबाज़ी की। लेकिन असली चुनौती टीम में अपनी जगह बनाने की नहीं, बल्कि उसे बनाए रखने की थी। कई बार मैं उस दबाव के कारण अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाया। अपने करियर के आखिरी सालों में, मैंने छठे और सातवें नंबर पर बल्लेबाज़ी की, जो आसान नहीं था, लेकिन मैंने इसे स्वीकार कर लिया। धोनी ने मुझे बहुत कुछ सिखाया। मैंने उनसे लचीलापन, साहस और धैर्य सीखा।
