चीन से लेकर पाकिस्तान तक, किस पर कितना टैरिफ
नई दिल्ली। भारत पर दबाव बनाने के लिए अमेरिका बांग्लादेश, पाकिस्तान, श्रीलंका, चीन और अफगानिस्तान जैसे देशों के साथ नरम रुख अपना रहा है। इन देशों से बेहद कम टैरिफ वसूला जा रहा है, जबकि दूसरी ओर भारत पर लगाया गया टैरिफ दोगुना है। अमेरिका भारत के 5 प्रमुख पड़ोसी देशों से कम टैरिफ वसूल रहा है। चौंकाने वाली बात यह है कि अमेरिका का सबसे बड़ा प्रतिस्पर्धी माने जाने वाले चीन ने भी केवल 30त्न टैरिफ लगाया है, जबकि चीन भी रूस से तेल खरीदने वाले देशों में से एक है।
इसी तरह, अमेरिका ने पाकिस्तान पर 19 प्रतिशत, बांग्लादेश पर 20 प्रतिशत, श्रीलंका पर 20 प्रतिशत और अफग़ानिस्तान पर 15 प्रतिशत टैरिफ़ बरकरार रखा है। चीन को छोड़कर, अमेरिका को अन्य सभी देशों का निर्यात भारत से कम है। अमेरिका द्वारा भारत पर लगाया गया 50 प्रतिशत टैरिफ़ 27 अगस्त से लागू हो गया है। एक रिपोर्ट के अनुसार, इस अतिरिक्त टैरिफ़ से भारत को निर्यात में लगभग 5.4 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है।
टैरिफ में वृद्धि से अमेरिका को निर्यात किए जाने वाले भारतीय सामान, जैसे रत्न एवं आभूषण, फर्ऩीचर, समुद्री भोजन और अन्य उत्पाद, महंगे हो जाएँगे। इससे अमेरिका में इनकी माँग कम होगी और अन्य देश इन उत्पादों को कम कीमतों पर उपलब्ध कराएँगे। इतना ही नहीं, इस फ़ैसले से भारत में निर्यात से जुड़े उद्योगों में रोजग़ार पर भी असर पड़ सकता है।
रूस से तेल खऱीदने पर भारत पर 25 प्रतिशत का अतिरिक्त टैरिफ़ लगाया गया है। आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने एक साक्षात्कार में कहा, "भारत को रूस से तेल आयात पर पुनर्विचार करने की ज़रूरत है, खासकर तब जब अमेरिका ने रूस से तेल खरीदने पर भारत पर 50त्न टैरिफ लगा दिया है।" उन्होंने आगे कहा, "हमें यह देखना होगा कि इससे किसे फ़ायदा हो रहा है और इस नुकसान से बचने की कोशिश करनी होगी।