नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर विवाद सहित सभी मुद्दों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के प्रयासों का समर्थन किया। इस बात पर भी सहमति हुई कि क्षेत्रीय शांति एकतरफा ढंग से प्राप्त नहीं की जा सकती तथा इसके लिए कूटनीति, संवाद और अंतर्राष्ट्रीय कानून का पालन आवश्यक है। भारत-पाकिस्तान मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक के बारे में परिषद की ओर से अभी तक कोई अद्यतन जानकारी नहीं मिली है। लेकिन पाकिस्तानी मीडिया ने असीम इफ्तिखार के हवाले से कहा कि हमने भारत के हालिया एकतरफा कदमों, खासकर अवैध कार्रवाइयों, सैन्य कार्रवाई और 23 अप्रैल के बाद दिए गए भड़काऊ बयानों पर चिंता व्यक्त की है।
शाहबाज शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र प्रमुख से दो बार बातचीत की
22 अप्रैल के पहलगाम हमले के बाद भारत ने 23 अप्रैल को 5 घोषणाएं कीं। जिसमें सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया गया। इस निर्णय से पाकिस्तान में बड़ी जल समस्या उत्पन्न होने की संभावना है। इससे पाकिस्तान को आर्थिक नुकसान होगा। इसके अलावा, शाहबाज शरीफ सरकार ने संयुक्त राष्ट्र से हस्तक्षेप करने की अपील की है। भारत की कड़ी चेतावनी के बाद शाहबाज शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र प्रमुख से दो बार बात की है। सुरक्षा परिषद की बैठक से पहले भी उन्होंने प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस से फोन पर बात की थी। उन्होंने गुटेरेस से कहा कि भारत ने अब तक पाकिस्तान को आर्थिक नुकसान पहुंचाने का रास्ता अपनाया है।