हार्वेस्टर, स्कार्पियो लोन दबाने, बीमा राशि पाने बनाया प्लान, ममेरे भाई की हत्या



खैरागढ़ ।  शहर से डोगरगढ़ मार्ग पर कुम्ही के पास पिपलाकछार मोड़ पुलिया मे 11 मई को सडक़ पर मिली लाश की गुत्थी पुलिस ने तीन दिन मे ही सुलझा ली । मृतक के ममेरे भाई ने ही मृतक के नाम लाखों रू के बीमा की राशि पाने साजिश रचकर अपने दो मित्रों के साथ घटना को अंजाम देते हत्या कर घटना को दुर्घटना बनाने पूरा प्रयास किया था । पुलिस ने मौके पर ही इसकी फोंरेसिंक, डाग स्कवाड सहित अन्य जांच की थी । जिले के आमाघाट कादा निवासी 24 वर्षीय उत्तम वर्मा पिता बल्ला वर्मा को बीमा राशि पाने ममेरे भाई हेमंत ढेकवार 38 साल महराजीटोला सालेकसा महाराष्ट ने ही अपने दो साथियों सुरेश कुमार मच्छिरके और प्रेमचंद लिल्हारे के साथ मिलकर मौत के घाट उतारा था । 11 मई को सुबह बीच सडक़ मिली लाश से इलाके में सनसनी फैल गई थी । सूचना के बाद पहुँची  

पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम कराया था । पीएम मे युवक की मौत गलाघोंट कर किए जाने की पुष्टि के बाद पुलिस हत्या के मामले की पतासाजी में जुटी थी। 


हार्वेस्टर, स्कार्पियो लोन दबाने, बीमा राशि पाने बनाया प्लान

मामले का खुलासा करते एएसपी नेहा पांडे ने बताया कि मृतक उत्तम वर्मा के नाम पर कुछ माह पहले ही एक हार्वेस्टर और स्कार्पियो वाहन खरीदा गया था । दोनो वाहन का संचालन मृतक का ममेरा भाई हेमंत ढेकवार महराजीटोला महाराष्ट्र कर रहा था । दोनों वाहन का संचालन महाराष्ट्र में होने पर पुलिस ने मुख्य आरोपी हेमंत की पतासाजी कर उसकी गतिविधियों पर नजर रख रही थी । संदेह होते ही पुलिस ने हेमंत को दबोचा तो उसने हत्या के सारे राज खोल दिए । 

 आरोपी हेमंत ने बताया कि मृतक उत्तम के नाम पर स्कार्पियो और हार्वेस्टर की खरीदी जनवरी 24 में की गई थी । दोनों वाहनों को खरीदने लगभग 30 लाख रू का फाइनेंस कराया गया था । फाइनेंस की रकम का बीमा हूआ था । फाइनेंस अवधि में उत्तम के साथ कोई दुर्घटना होने पर फाइनेंस राशि बीमा कंपनी भुगतान करती। आरोपी हेमत ने मृतक उत्तम का भी 40 लाख रू का जीवन बीमा एक्सीस बैंक आमगांव से करवा कर बीमा राशि हड़पने की प्लानिंग पहले ही कर ली थी । मृतक के बीमा राशि के किश्तों का भुगतान भी आरोपी स्वयं कर रहा था । वाहन फाइनेंस की राशि बचाने, मृतक की बीमा राशि पाने के लालच मे आरोपी हेमंत ने हत्या की साजिश रचते मृतक को 10 मई को कार दिलाने के नाम पर डोंगरगढ़ बुलाया । अपने साथियों सुरेश मच्छिरके और प्रेमचंद लिल्हारे को भी बीमा की राशि मिलने पर रकम देने साजिश मे शामिल कर मृतक के डोंगरगढ़ आने के बाद उसे स्कार्पियो में बिठाकर जमकर शराब पिलाई । मृतक के पास उसके पिता का मोबाइल होने के चलते साजिश में फंसने की डर से आरोपियों ने मृतक को पहले अतरिया ले जाकर मोबाइल को परिचित के पास रखवा दिया । फिर चारों गातापार जंगल की ओर निकल गए।


 गलाघोंट कर मारा, सड़क पर लाश फेंक चढ़ाई स्कार्पियो

 गातापार के आगे घाघरा मार्ग पर सूनसान जंगल में आरोपियों ने गमछे से उत्तम का गला घोंट हत्या कर दी । हत्या को सड़क दुर्घटना का रूप देने मृतक के शव को वाहन में लाकर कुम्ही डोगरगढ़ मार्ग पर फेंक दिया । आरोपी हेमंत ने इस दौरान मृतक के शव के ऊपर से स्कार्पियो को दो बार चढ़ाकर निकाला ताकि इसे पुलिस दुर्घटना का मामला समझें और उसी वाहन से वापस अपने गांव महाराष्ट्र लौट गए । सीसीटीवी फुटेज सहित अन्य सूचना तंत्रो की मदद से पुलिस आखिरकार आरोपियों तक पहुंचने मे सफल रही । आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या मे प्रयुक्त गमछा घाघरा पुल और इस्तेमाल की गई स्कार्पियो हेमंत के पास से जब्त किया । अंधेकत्ल की गुत्थी सुलझाने में थाना प्रभारी प्रतिभा लहरे साइबर सेल प्रभारी अनिल शर्मा, निरीक्षक शक्ति सिंह, उनि  बिलकीस खान, बिरेन्द्र चंद्राकर, टैलेश सिंह, कोमल मिंज, प्रकाश सोनी, कमलेश श्रीवास्तव, लक्ष्मण साहू विनोद देवांगन, विजय कुर्रे, प्रदीप यादव, शैलेन्द्र पटेल,चन्द्रविजय सिंह, त्रिभुुवन यदु, जयपाल कैवर्त, कमलकांत साहू, सत्यनारायण साहू, अतीश चन्द्रवंशी, थाना छुईखदान की अहम भूमिका रही है। अंघे कत्ल का पर्दाफाश करने वाले जांच में शामिल पुलिस अधिकारियों कर्मचारियों को नगद पुरस्कार से पुरष्कृत किया गया । 

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