
नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ .हर्षवर्धन ने बुधवार को कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में किया गया निवेश किसी भी देश का अपने नागरिकों के लिए किये जाने वाला सबसे बड़ा और सबसे महत्वपूर्ण निवेश होता है। डॉ. हर्षवर्धन ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र के 73वें सत्र को वर्चुअली संबोधित करते हुए हुए सबसे पहले कोरोना वायरस कोविड-19 के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर डटे स्वास्थ्यकर्मियों की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के स्वास्थ्यकर्मियों ने सम्मिलत प्रयास करके और अपनी सुरक्षा की चिंता किये बगैर न सिर्फ दूसरों की जिंदगी बचायी है बल्कि विपरीत परिस्थितियों में भी सबका ख्याल कैसा रखा जाता है, इसके प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखायी है।
डब्ल्यूएचओ का दो दिवसीय 73वां सत्र थाईलैंड की सरकार की मेजबानी में हो रहा है। कोरोना काल में यह सत्र डिजिटल माध्यम से आयोजित किया गया है। इससे पहले 72वां सत्र नयी दिल्ली में आयोजित हुआ था और डॉ. हर्षवर्धन ने उसकी अध्यक्षता की थी। उन्होंने आज थाईलैंड के उप प्रधानमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री अनुतिन चर्नविराकुल को अध्यक्षता सौंपी और उसके बाद सत्र में शामिल लोगों को संबोधित किया। स्वास्थ्य मंत्री ने सत्र में बताया कि भारत में कोरोना के खिलाफ सरकार किस तरह दिन रात युद्धस्तर पर काम रही है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में कोरोना महामारी से लोगों की जिंदगी के साथ जीविका की रक्षा भी की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।