महाराष्ट्र से बिहार तक किसान रेल की शुरुआत


नई दिल्ली। कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और रेल मंत्री पीयूष गोयल ने देवलाली (महाराष्ट्र) से दानापुर (बिहार) तक चलने वाली देश की पहली किसान रेल को शुक्रवार को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की गई यह ट्रेन चार राज्यों से होकर चलेगी। समारोह में कृषि भवन से, वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए दोनों मंत्रियों ने किसानों के लिए रेल चलाने की संकल्पना एवं इसे साकार करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया।
श्री तोमर ने कहा कि किसानों की समृद्धि और देश के कोने-कोने तक खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने में किसान रेल रामबाण सिद्ध होगी। श्री गोयल ने कहा कि किसानों के सम्मान में भारतीय रेल भी उतर आएं, यह प्रधानमंत्री ने सुनिश्चित किया है। श्री तोमर ने कहा कि आज किसानों की एक बड़ी अनिवार्य आवश्यकता को भारत सरकार ने पूरा किया है। प्रधानमंत्री के संकल्प अनुरूप वित्त मंत्री ने किसानों की भलाई के लिए बजट में बड़ी घोषणाएं की थी। उसके बाद कोरोना संकट आ खड़ा हुआ, लेकिन इस दौरान भी किसानों ने अथक परिश्रम कर कृषि कार्य प्रभावित नहीं होने दिया। फसल कटाई, उपार्जन, ग्रीष्मकालीन बुआई सभी काम अच्छे से हुआ। रेल मंत्रालय ने इस दौरान 4,610 ट्रेनें 96 रूटों पर संचालित की, जिससे पूरे देश में खाद्य पदार्थों का कहीं-कोई संकट नहीं हुआ। श्री तोमर ने कहा कि यह रेल किसानों के उत्पाद एक से दूसरे स्थान पर सस्ते किराए में ले जाने में सफल होगी, यह पूरा विश्वास है। किसानों की आय दोगुनी करने के लिए सरकार के स्तर पर सभी प्रयास हो रहे है। नए अध्यादेश लाए गए हैं, अत्यावश्यक वस्तु अधिनियम में बदलाव किया गया है, किसानों को कानूनी बंधनों से आजादी मिल गई है। देश में दस हजार कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) गठित करने का बड़ा अभियान होने वाला है।
श्री तोमर ने कहा कि किसान रेल का यह रूट अत्यंत उपयोगी है। नासिक में पैदावार ज्यादा होने से प्याज खराब नहीं हो, इसकी चिंता सभी को रहती है। किसानों को उनका उचित मूल्य मिल सकें व उपभोक्ताओं को प्याज सहित सभी खाद्य सामग्री की पर्याप्त उपलब्धता हो सकें, इसके लिए तथा किसानों को समृद्ध बनाने के लिए किसान रेल रामबाण सिद्ध होगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए रेल मंत्री ने कहा कि सन् 1853 में मुंबई से पहली रेलगाड़ी चली थी। इसी तरह, रेलवे की प्रगति के सोपान के बीच आज प्रधानमंत्री का किसानों के लिए रेल चलाने का सपना साकार हुआ है। किसानों के सम्मान में भारतीय रेल भी उतर आएं, यह मोदी जी ने सुनिश्चित किया है। श्री गोयल ने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने के लिए श्री तोमर के नेतृत्व में कृषि मंत्रालय बेहतर काम कर रहा है। कोविड संकट के दौर में सभी मंत्रालय पूरे तालमेल से काम कर रहे हैं। गत चार महीने में खाद्य पदार्थों की आपूर्ति दोगुनी हुई है जिसके लिए कृषि, रेल व संबंधित मंत्रालयों के कर्मचारी बधाई के पात्र है। श्री गोयल ने कहा कि देश के कोने-कोने तक ही नहीं, बल्कि विश्वभर में भारतीय किसानों का सामान आराम से पहुंचेगा। अभी यह पायलेट प्रोजेक्ट है, आगे चलकर इस सुविधा का विस्तार किया जाएगा। कश्मीर से कन्याकुमारी तक किसान रेल के माध्यम से सेब पहुंचे, यह तैयारी भी की जाएगी।

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