जगदलपुर। शहर के अंतरराज्यीय (International) बस अड्डे में सालभर बाद दोबारा पुलिस सहायता केंद्र (Helpline center) खोला गया। इस केंद्र में अभी एक एसआई और तीन जवानों की तैनाती की गई है। आने वाले दिनों में यहां महिला पुलिस बल की तैनाती भी की जाएगी। करीब एक साल पहले बल की कमी की वजह से यहां संचालित होने वाले पुलिस सहायता केंद्र को बंद कर दिया गया था। इसके बाद यहां अक्सर रात में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता था। अभी कुछ दिनों पहले ही यहां मारपीट की एक घटना घटी। इसके बाद पुलिस ने दोबारा यहां पुलिस सहायता केंद्र की शुरुआत की। सीएसपी हेमसागर सिदार ने बताया कि बस स्टैंड में मारपीट और असमाजिक तत्वों के जमावड़े को देखते हुए दोबारा पुलिस सहायता केंद्र की शुरुआत की गई है। बस स्टैंड में यात्री अपने परिवार समेत आते हैं, इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल रहते हैं। ऐसे में यहां किसी प्रकार से कोई वाइलेंस बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके अलावा असामाजिक तत्व जो यहां डेरा जमाए रहते हैं उन पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि इस बस स्टैंड से करीब चार राज्यों के लिए 3 सौ से ज्यादा बसें छूटती हैं। हर रोज यहां से दस हजार यात्री यात्रा करते हैं। ऐसे मे यात्रियों की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए दोबारा से पुलिस सहायता केंद्र शुरू कर दिया गया है।
जगदलपुर। शहर के अंतरराज्यीय (International) बस अड्डे में सालभर बाद दोबारा पुलिस सहायता केंद्र (Helpline center) खोला गया। इस केंद्र में अभी एक एसआई और तीन जवानों की तैनाती की गई है। आने वाले दिनों में यहां महिला पुलिस बल की तैनाती भी की जाएगी। करीब एक साल पहले बल की कमी की वजह से यहां संचालित होने वाले पुलिस सहायता केंद्र को बंद कर दिया गया था। इसके बाद यहां अक्सर रात में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता था। अभी कुछ दिनों पहले ही यहां मारपीट की एक घटना घटी। इसके बाद पुलिस ने दोबारा यहां पुलिस सहायता केंद्र की शुरुआत की। सीएसपी हेमसागर सिदार ने बताया कि बस स्टैंड में मारपीट और असमाजिक तत्वों के जमावड़े को देखते हुए दोबारा पुलिस सहायता केंद्र की शुरुआत की गई है। बस स्टैंड में यात्री अपने परिवार समेत आते हैं, इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल रहते हैं। ऐसे में यहां किसी प्रकार से कोई वाइलेंस बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके अलावा असामाजिक तत्व जो यहां डेरा जमाए रहते हैं उन पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि इस बस स्टैंड से करीब चार राज्यों के लिए 3 सौ से ज्यादा बसें छूटती हैं। हर रोज यहां से दस हजार यात्री यात्रा करते हैं। ऐसे मे यात्रियों की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए दोबारा से पुलिस सहायता केंद्र शुरू कर दिया गया है।