पुलिस ने विराट को अपहरणकर्ताओं के चंगूल से सकुशल छुड़ाया


  • मुख्यमंत्री दिल्ली में बैठकर पल-पल की लेते रहे जानकारी

  • मुख्यमंत्री बघेल की भी बच्चे के सकुशल घर पहुंचाने में रही अहम भूमिका

रायपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के करला इलाके से एक बच्चे का फिल्मी स्टाईल में अपहरण होने की घटना होने के बाद हरकत में आई पुलिस ने अपहरणकर्ताओं के चंगूल से बच्चे को सुरक्षित छुड़ाकर उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया है। बच्चे के घर लौटते ही उसके परिवार में खुशियां भी लौट आई। परिवार में खुशियां लौटाने के पीछे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की भी अहम भूमिका रही है। क्योंकि इस घटना के बाद मुख्यमंत्री न केवल पुलिस प्रशासन के उच्च अधिकारियों को बच्चे को सकुशल ढूंढकर उसे घर लौटाने के लिए कहा था बल्कि प्रदेश में हो रही अपराधिक घटनाओं को रोकने के लिए भी सख्त निर्देश दिए है।
गौतलब है कि 20 अप्रैल को मासूम विराट का अपहरण कर लिया था। बिलासपुर के भाजपा कार्यालय के सामने की गली नंबर 6-7 से विराट का अपहरण हुआ था। इस घटना के बाद हरकत में आई पुलिस लगातार आरोपियों की तलाश में थी। आज अल-सुबह पुलिस को विराट को ढूंढने में कामयाब मिली। पुलिस ने बच्चे को अपहरणकर्ताओं के चंगूल से छुड़ा लिया। बताया जा रहा है कि बच्चे का अपहरण बिहार के एक गैंग ने किया था, जिसका खुलासा पुलिस प्रेस कांफ्रेंस मेें करेगी। बताया जा रहा है कि पुलिस ने इस अपहरण कांड में शामिल 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
मुख्यमंत्री दिल्ली में बैठकर इस घटना की पल-पल की जानकारीं लेते रहे:
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दिल्ली दौरे पर है। लेकिन इस घटना की जानकारी होने के बाद मुख्यमंत्री ने घटना की गंभीरता को देखते हुए ना केवल इस मामले में पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी को फोन पर बच्चे को हर हाल में ढूंढकर सकुशल उनके परिवार वालों तक पहुंचाने की बात कहीं, बल्कि प्रदेश में बढ़ते अपराधों पर रोकथाम के लिए कड़े निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री भले ही दिल्ली में रहे लेकिन इस घटना के बाद बच्चे के ढूंढने के लिए पुलिस की कार्यवाही की पल-पल की खबरें लेते रहे।
इधर पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी ने बताया कि सामान्य तौर पर जब भी किसी बच्चे का अपहरण होता है तो पुलिस को काफी ऐहतियात के साथ अपनी कार्रवाई करनी होती है. अपहरणकर्ता पांच करोड़ की फिरौती के चक्कर में थे जो घटते-घटते ढाई-तीन करोड़ तक आ गई थीं। विराट को जहां रखा गया था वहां बड़ी संख्या में झोपडिय़ां थी, जहां से उसे निकालना बेहद कठिन था। अपहरणकर्ता खुद को बचाने के लिए बच्चे की जान के साथ खेल सकते थे, लेकिन पुलिस ने काफी सूझबूझ के साथ अपनी कार्रवाई को अंजाम दिया और गैंग के सदस्यों को धर-दबोचा। विराट की बरामदगी के लिए बिलासपुर के एसपी के साथ-साथ दुर्ग और बालोद के एसपी भी विशेष रुप से तैनात किए गए थे। विराट का अपहरण गैंग के किन सदस्यों ने किया था। उनकी मंशा क्या थी इसका खुलासा आज प्रेस कांफ्रेंस में होगा। 

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