- मामला पाश कालोनियों में देर रात फटाका बुलेट बाइकर्स का
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल एवं एनजीटी द्वारा इस संबंध में पुलिस प्रशासन को ध्वनि प्रदूषण के मद्देनजर कड़े निर्देश दिये गये है। बावजूद इसके देर रात रसूखदार परिवार की संतानों द्वारा सड़कों पर उत्पात करने से रहवासियों के अनुसार उनकी नींद में खलल पड़ता है। साथ ही उपरोक्त रेखाकिंत क्षेत्रों में स्थित निजी चिकित्सा संस्थानों के चिकित्सकों ने प्रतिनिधि को जानकारी दी है कि फटाका बाइकर्स द्वारा तेज रफ्तार बाइक चलाकर मरीजों की नींद खराब की जाती है। सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. चंद्रमणी तिवारी के अनुसार रात में लोगों को चैन की नींद नहीं सोने देना न केवल अमानवीय है वरन मानव अधिकारों का उल्लंघन भी है। उन्होंने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से शहरियों को बाइकर्स की दहशतजदा जिंदगी से मुक्त करने के लिए कड़े निर्देश देने की मांग प्रमुख सचिव गृह को देने की मांग की है।