दिल्ली । दिल्ली के रामलीला मैदान में भाजपा की राष्ट्रीय परिषद की महत्वपूर्ण बैठक का आज आखिरी दिन है। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए कहा कि उनके बीना भाजपा का पहला अधिवेशन है। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि कभी दो कमरों से चलने वाली पार्टी, दो सांसदों वाली पार्टी आज इस विशाल स्वरूप में अपना राष्ट्रीय अधिवेश कर रही है जो अपने आप में अद्भुत और अविस्मरणीय है।
पीएम मोदी के भाषण के मुख्य अंश:-
वित्त मंत्री अरुण जेतली ने राष्ट्रीय अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने एक भी ऐसा कार्य नहीं किया है जिससे हमारे कार्यकर्ता को अपना सर झुकाना पड़ें। उन्होंने गठबंधन को सबसे डरावना करार देते हुए कहा कि यह देश के लिए खतरनाक है। जेतली ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से डरकर सभी नेता एक हो रहे हैं, लेकिन जनता डरकर साथ आए ऐसे गठजोड़ों को स्वीकार नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी जी ने राफेल डील में देश के हजारों करोड़ रूपये बचाए है। देश के गरीबों का जो पैसा कांग्रेस पार्टी ने लुटाया था, उसको आज मोदी सरकार वापस ला रही है।
मोदी जी के नेतृत्व में हुआ विकास: रविशंकर प्रसाद
वहीं कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि दशकों तक देश में शासन करने के बाद कांग्रेस पार्टी आज देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रही है। देश को तय करने का समय आ गया है कि देश को मजबूर सरकार चाहिए या मजबूत सरकार चाहिए। उन्होंने दावा किया कि मोदी जी के नेतृत्व में देश में समावेशी विकास हुआ है।
गौरतलब है कि यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब भाजपा को हाल ही में हिन्दी पट्टी के तीन राज्यों छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान में पराजय का सामना करना पड़ा है और कुछ ही महीने बाद लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। विपक्ष राफेल, किसान, बेरोजगारी समेत अन्य मुद्दों पर सरकार को घेर रहा है। पार्टी महासचिव अनिल जैन के अनुसार रामलीला मैदान में होने वाली राष्ट्रीय परिषद की बैठक लोकसभा चुनाव से पहले सबसे बड़ी बैठक है जहां से पार्टी अपने विजय अभियान की शुरूआत करेगी।
पीएम मोदी के भाषण के मुख्य अंश:-
- पीएम ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि हमसे पहले की सरकार का जो कार्यकाल था, उसने देश को बहुत अंधेरे में धकेल दिया था।
- अगर मैं कहूं कि भारत ने 2004 से 2014 के महत्वपूर्ण 10 साल, घोटालों और भ्रष्टाचार के आरोपों में गंवा दिए, तो गलत नहीं होगा।
- 21वीं सदी की शुरूआत में ये 10 वर्ष बहुत महत्वपूर्ण थे। उन्होंने कहा कि 20014 के बाद अटल जी पीएम बने रहते तो देश कहीं और होता।
- स्वतंत्रता के बाद अगर सरदार बल्लभ भाई पटेल देश के पहले प्रधानमंत्री बनते तो देश की तस्वीर कुछ और ही होती।
- पिछले साढ़े चार साल में भाजपा के नेतृत्व में जिस तरह हमारी सरकारें चली है, उससे जनमानस में यह भाव स्थापित हुआ है कि देश को ऊंचाई पर अगर कोई दल ले जा सकता है तो वह सिर्फ और सिर्फ भाजपा है।
- आज देश के 16 राज्यों में हम या तो सरकार चला रहे हैं या सरकार के सहयोगी हैं। इसमें आप सभी का सहयोग मूल्यवान है।
- इतने सारे लोगों का स्वेच्छा से रियायतें छोड़ देना, उद्यमियों का जीएसटी से जुड़ते जाना और आयकर भरने वालों की संख्या में जुड़ते जाना.. यह इसलिए हो रहा है कि देश के निर्माण में हर कोई आगे आ रहा है।
- भाजपा सरकार के कार्यकाल ने ये साबित किया है कि देश सामान्य नागरिक के हित में बदल सकता है।
- भाजपा सरकार के कार्यकाल ने ये साबित किया है कि सरकार बिना भ्रष्टाचार के भी चलाई जा सकती है और सत्ता के गलियारों में टलहने वाले दलालों को भी बाहर किया जा सकता है ।
वित्त मंत्री अरुण जेतली ने राष्ट्रीय अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने एक भी ऐसा कार्य नहीं किया है जिससे हमारे कार्यकर्ता को अपना सर झुकाना पड़ें। उन्होंने गठबंधन को सबसे डरावना करार देते हुए कहा कि यह देश के लिए खतरनाक है। जेतली ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से डरकर सभी नेता एक हो रहे हैं, लेकिन जनता डरकर साथ आए ऐसे गठजोड़ों को स्वीकार नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी जी ने राफेल डील में देश के हजारों करोड़ रूपये बचाए है। देश के गरीबों का जो पैसा कांग्रेस पार्टी ने लुटाया था, उसको आज मोदी सरकार वापस ला रही है।
मोदी जी के नेतृत्व में हुआ विकास: रविशंकर प्रसाद
वहीं कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि दशकों तक देश में शासन करने के बाद कांग्रेस पार्टी आज देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रही है। देश को तय करने का समय आ गया है कि देश को मजबूर सरकार चाहिए या मजबूत सरकार चाहिए। उन्होंने दावा किया कि मोदी जी के नेतृत्व में देश में समावेशी विकास हुआ है।
गौरतलब है कि यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब भाजपा को हाल ही में हिन्दी पट्टी के तीन राज्यों छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान में पराजय का सामना करना पड़ा है और कुछ ही महीने बाद लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। विपक्ष राफेल, किसान, बेरोजगारी समेत अन्य मुद्दों पर सरकार को घेर रहा है। पार्टी महासचिव अनिल जैन के अनुसार रामलीला मैदान में होने वाली राष्ट्रीय परिषद की बैठक लोकसभा चुनाव से पहले सबसे बड़ी बैठक है जहां से पार्टी अपने विजय अभियान की शुरूआत करेगी।