चुनाव के दौरान नक्सलियों से निपटने दो राज्यों ने मिलकर बनाई रणनीति



बस्तर ।  बस्तर लोकसभा सीट में प्रथम चरण में 19 अप्रैल को होने वाले मतदान को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए बस्तर पुलिस ने कमर कस ली है।  अभी से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे है।  इसके अलावा लोकसभा चुनाव को लेकर बस्तर पुलिस सीमावर्ती इलाकों में लगी अन्य राज्यों की पुलिस से भी कोऑर्डिनेशन कर रही है।  इसी सिलसिले में मंगलवार को जगदलपुर में स्थित पुलिस कोऑर्डिनेशन सेंटर में बस्तर पुलिस और महाराष्ट्र पुलिस के अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई। 

बैठक में आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर दोनों राज्यों के पुलिस के बीच समन्वय स्थापित करने को लेकर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई।  बस्तर के आईजी सुंदरराज पी ने कहा कि बस्तर लोकसभा सीट पर पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होना है।  ऐसे में नक्सली चुनौती को ध्यान में रखते हुए बस्तर पुलिस के द्वारा अन्य राज्यों के पुलिस के साथ भी समन्वय बैठक की जा रही है।  आईजी ने बताया कि इससे पहले ओडिशा, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना राज्य के पुलिस के आला अधिकारियों के साथ भी बस्तर पुलिस समन्वय बैठक कर चुकी है।  

वहीँ मंगलवार को महाराष्ट्र पुलिस के साथ हुई बैठक में राज्य के साथ साथ सीआरपीएफ के आईजी, एसपी और नक्सल विरोधी अभियान में शामिल अन्य पुलिस के अधिकारी मौजूद रहे।  इस बैठक में चुनाव को लेकर कई महत्वपूर्ण रणनीति तैयार की गई है।  जो लोकसभा चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए काफी अहम साबित होंगे। 

महाराष्ट्र पुलिस के साथ 3 घंटे तक चली बैठक : जगदलपुर शहर के बस्तर पुलिस कोऑर्डिनेशन सेंटर में महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ पुलिस के आला अधिकारियों ने लगभग 3 घंटे तक बैठक की।  वहीं महाराष्ट्र के गढ़चिरौली और छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में हजारों की संख्या में सीआरपीएफ के जवानो की तैनाती की गई है।  चुनाव के दौरान राज्य पुलिस के साथ-साथ सेंट्रल पुलिस बल भी नक्सल विरोधी अभियान में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।  ऐसे में लोकसभा चुनाव में नक्सली किसी भी अप्रिय घटना को अंजाम न दे सके इसके लिए दोनों राज्यों की पुलिस ने समन्वय बैठक की। 


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